आदिवासी मीणाओं/मीनाओं के रसोईघर


इस तस्वीर में आप आदिवासी मीना समाज में वर्तमान में जो स्थिति है. पहले एक घर में एक चूल्हे (रसोई में खाना बनाने का गैस के साथ वाला चूल्हा होता है) पर सबका खाना बनता था। लेकिन आधुनिकता ने इनकी संस्कृति को धीरे धीरे बदल दिया। सभी के अंदर लोभ-लालच आने लगा। जिससे सब अपना-अपना हिस्सा लेकर अलग-अलग रहने लगे। ये तीनों महिला एक घर की सदस्य है, लेकिन इनका खाना, रहना और जीविकोपार्जन का सभी कार्य अपना अलग-अलग होता हैं। इनमें लड़ाई भी होती होगी, लेकिन एक मकान(घर) के तीन हिस्से हो रखे है उसी में इनको रहना होता हैं। कुछ घरों में बंटवारा होने के बाद भी आपस में घुल-मिल-जुल कर रहते हैं। लेकिन ऐसा देखने को कम ही मिलता हैं।

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