ये वही आदिवासी मांडणे है जो KBC में पूरी दुनिया ने देखे है। दीपावली के अवसर पर आपको गाँव मे खूब देखने को मिलेंगे. …
छाजड़ो, यह मीणाओं की संस्कृति का हिस्सा हैं। इसको 'सरकंडे' से बनाया जाता हैं। यह सरकंडा राजस्थान में खेतों की…
यह छवि मीना जनजाति की महिलाओं की हैं. जिसमें सभी अपनी वेशभूषा में खड़ी दिखाई दे रही हैं, जिनके सिरपर पीने का पानी भर…
The Raj colonial administration came into existence in 1858, following the Indian Rebellion of 1857 which caused t…
The Meena tribe is divided into several clans and sub-clans ( adakh s), which are named after their ancestors. Some o…
गत एक हजार साल में राजस्थान के मीणा आदिवासियों के वैभव और विक्रम को, जल जंगल जमीन के धर्म को, राग और रंगो को, रूप और…
हाड़ोती के इस प्रमुख गोत्र का मुख्य गाँव सुन्दलक को माना जाता है जो 1000 साल पुराना है |यह गाँव इस गोत्र का एक …
प्राचीन काल में मुखिया,निकास स्थल,घटना,कुल देवी धराडी और मुखिया की उपाधि मिलने से भी गोत्र बनते रहे है | यहाँ हम…
प्राचीन काल में वर्तमान करौली जिले की नादोती तहसील क्षेत्र (प्राचीन गढ़ मोरा क्षेत्र) में आदिवासी मीणा मुखियाओ का …
आदिवासी मीणा समुदाय में बागड़ी भी एक प्राचीन गोत्र है | यह टोंक और जयपुर में प्रमुख रूप से पाया जाता है | त्रिदेवी (…
मीणा आदिवासी समुदाय में मैनावत/मैणावत गोत्र का निकास गाँव सोरयो(मक्क्नपुर) तह०करोली जिला करोली है को माना जाता है …
1887 में # फ्रांस से छपी # किताब में # राजस्थान (राजपूताना) के # मीणा_जनजाति के कुछ आदिवासियों का फोटो मिला ह…
मीना इतिहास - कुछ भ्रान्तियां.. किसी जागा का एक भ्रान्तिमूलक दोहा है जिसकी वजह से ढपोर शंख जैसी विकृतियां पैदा हुई…
मीणा इतिहास के झरोखे से *तत्कालीन बीकानेर स्टेट में जयपुर राज्य मीणा सुधार समिति का पहला ऐतिहासिक मीणा सम्मेलन* …
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